Sudeep’s journalistic categories spanned across literature and entertainment, sports, culture and society. About 2000 of his written articles have been published in various magazines and journals in India.
His journalist career initiated as trainee at Times of India publication (Times Group). In fourteen years at the company, he grew from being sub-editor of many magazines including Dharmyug (1967, 1984-88), Sarika (1970-75) and Ravivar (1977-78) to becoming Chief Editor of multiple publications including Nutan Savera, Chic (1979-80) and Shree Warsha (1980-82). He was Executive Editor of Screen (1993) and Hamara Mahanagar news publication and Special Correspondent for Sunday Mail (1992-93). Sudeep brought many of India’s weekly and monthly magazines to their peak performance while serving in editorial roles for these publications.
Sudeep played a significant role in the ‘Samaantar’ contemporary writers’ movement in India.
In April 2000, The Mumbai Press Club and Chief Minister of Maharashtra, late Shri Vilasrao Deshmukh, honored GK Sudeep with Lifetime Achievement Award in Journalism
सुदीप जी के पत्रकार करियर की शुरुआत टाइम्स ऑफ इंडिया प्रकाशन (टाइम्स ग्रुप) में प्रशिक्षु के रूप में हुई। कंपनी में चौदह वर्षों में, वह धर्मयुग (१९६७, १९८४-८८), सारिका (१९७०-७५) और रविवर (१९७७-७८) सहित कई पत्रिकाओं के उप-संपादक रहे। शीक पत्रिका(१९७९-८०) और श्री वरशा (१९८०-८२) , नूतन सवेरा सहित कई प्रकाशनों के वे मुख्य संपादक रहे। वह स्क्रीन (१९९३) और हमारा महानगर समाचार के कार्यकारी संपादक और संडे मेल (१९९२-९३) के लिए विशेष संवाददाता थे । संपादकीय भूमिकाओं में सुदीप ने भारत की कई साप्ताहिक और मासिक पत्रिकाओं को अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर पहुंचाया।
उनके लेख साहित्य, मनोरंजन, खेल, संस्कृति और समाज, इन सभी श्रेणियों के होते। उनके लगभग दो हजार लेख प्रकाशित हुए हैं ।
मुंबई प्रेस क्लब ने उनकी अपार पत्रकारिता योगदान के लिए सुदीप जी को सन २००० में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया।